मुद्रा लोन एक सरकारी योजना है जो भारतीय स्वयं रोजगार अधिनियम, 2006 के तहत प्रदान की जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य छोटे और मध्यम उद्यमों को वित्तीय संसाधन प्रदान करना है ताकि वे अपना व्यवसाय आरंभ कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
मुद्रा लोन के लिए कई बैंक, निजी वित्तीय संस्थान और निवेश कंपनियां अधिकारिक रूप से पंजीकृत होती हैं, जो इस योजना के तहत ऋण प्रदान कर सकती हैं।
यहां कुछ मुद्रा लोन के प्रमुख विशेषताएं हैं:
वित्तीय सहायता: मुद्रा लोन के माध्यम से छोटे और मध्यम उद्यमों को वित्तीय सहायता प्राप्त करने का मौका मिलता है।
कम ब्याज दर: इस योजना के अंतर्गत ऋण की ब्याज दर सामान्यत: प्रतिभागी बैंक ऋणों से कम होती है।
निशुल्क पंजीकरण: मुद्रा लोन के लिए आवेदन करने के लिए कोई भी पंजीकरण शुल्क नहीं होता है।
विभिन्न ऋण योजनाएं: मुद्रा योजना के तहत तीन प्रकार के ऋण उपलब्ध होते हैं - शिशु, किशोर और तरुण लोन। इनमें हर लोन का उद्देश्य और अनुप्रयोग अलग होता है।
कम दस्तावेज़ीकरण: मुद्रा लोन के लिए आवेदन करने के लिए कम दस्तावेज़ीकरण की आवश्यकता होती है जो अन्य बैंक ऋणों की तुलना में अधिक है।
लेकिन, '5 लाख रुपये का तत्काल लोन' की बात करने पर, मुद्रा लोन अव्यापक रूप से 'तत्काल' लोन की श्रेणी में नहीं आता है। यह व्यवस्थित तरीके से आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है, जिसमें कुछ समय लग सकता है। आपको अपने निकटतम बैंक या वित्तीय संस्था से संपर्क करके उनकी नीतियों और प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
