Zomato, Swiggy, और Uber Eats जैसी ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी कंपनियाँ एक समान लेन-देन मॉडल पर काम करती हैं, जिसमें वे ग्राहकों को भोजन प्रदान करने वाले रेस्टोरेंट्स से उनके घर तक खाना पहुंचाते हैं। यहां इन कंपनियों के बिजनेस मॉडल के कुछ मुख्य पहलुओं की बात की गई है:
कंमीशन और व्यापारिक साझेदारी: ये कंपनियाँ रेस्टोरेंट्स को ग्राहकों के आर्डर प्राप्त करने का माध्यम प्रदान करती हैं, जिसके बदले में वे एक कंमीशन या व्यापारिक साझेदारी की राशि वसूलती हैं। यह कंमीशन सामान्यतः आर्डर की राशि का एक निश्चित प्रतिशत होता है।
डिलीवरी शुल्क: कई बार, जब ग्राहक डिलीवरी सेवा का उपयोग करते हैं, तो उन्हें एक डिलीवरी शुल्क भी चुकाना पड़ता है। यह शुल्क उनकी खाने को उनके घर तक पहुंचाने और सेवा की जाने वाली जनशक्ति की लागत का भुगतान करने में मदद करता है।
मार्जिन कंट्रोल: इन कंपनियों का एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य मार्जिन कंट्रोल होता है। वे संचयन और वित्तीय प्रबंधन के माध्यम से अपने खर्चों को कम करने का प्रयास करती हैं, जिससे उन्हें अपने उत्पादों की लागत को कम करने और अधिक लाभ कमाने में मदद मिलती है।
ब्रांड संवर्धन: ये कंपनियाँ अपने ब्रांड को बढ़ावा देने के लिए विविध प्रमोशनल अभियान, ऑफर्स, और डिस्काउंट्स का उपयोग करती हैं। वे ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नए और रुचिकर ऑफर्स प्रदान करते हैं।
ये कंपनियाँ भी अन्य अनुदानों, उत्पादों के बिक्री, और अन्य व्यावसायिक स्थिरता से पैसा कमाती हैं। इन कंपनियों का बिजनेस मॉडल आधुनिक और विश्वसनीय फ़ूड डिलीवरी सेवाएँ प्रदान करने पर निर्भर करता है।