Education Loan Kaise Milta Hai: पढ़ाई के लिए प्राप्त करे लोन, जाने शिक्षा ऋण की सम्पूर्ण जानकारी

शिक्षा ऋण (एजुकेशन लोन) छात्रों को उच्च शिक्षा की लागत को पूरा करने में सहायता प्रदान करता है, जिससे वे अपनी शैक्षणिक आकांक्षाओं को पूरा कर सकें। यह ऋण ट्यूशन फीस, पुस्तकें, उपकरण, आवास और अन्य संबंधित खर्चों को कवर करता है।

एजुकेशन लोन के लिए पात्रता:

  • राष्ट्रीयता: आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।

  • आयु सीमा: आवेदक की आयु 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

  • शैक्षणिक योग्यता: मान्यता प्राप्त संस्थान से स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा, तकनीकी या व्यावसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश सुनिश्चित होना चाहिए。

  • को-एप्लिकेंट: ऋण के लिए माता-पिता, अभिभावक या पति/पत्नी को सह-आवेदक बनाना आवश्यक है。

आवश्यक दस्तावेज़:

  1. पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि।

  2. पता प्रमाण: वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, बिजली बिल आदि।

  3. शैक्षणिक दस्तावेज़: पिछली परीक्षाओं की मार्कशीट और प्रमाणपत्र।

  4. प्रवेश पत्र: संस्थान से प्राप्त एडमिशन लेटर और फीस संरचना।

  5. आय प्रमाण: सह-आवेदक की सैलरी स्लिप, आयकर रिटर्न आदि。

ऋण राशि और ब्याज दर:

ऋण राशि और ब्याज दर बैंक और पाठ्यक्रम के आधार पर भिन्न हो सकती है। उदाहरण के लिए, बैंक ऑफ बड़ौदा 'बड़ौदा ज्ञान' योजना के तहत अधिकतम ₹125 लाख तक का ऋण प्रदान करता है, जबकि 'बड़ौदा स्कॉलर' योजना के तहत ₹150 लाख तक का ऋण उपलब्ध है。 भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की 'विद्यार्थी ऋण योजना' के तहत ब्याज दरें 8.25% प्रति वर्ष से शुरू होती हैं。

ऋण अवधि:

ऋण चुकाने की अवधि आमतौर पर 10 से 15 वर्षों तक होती है, जो ऋण राशि और बैंक की नीतियों पर निर्भर करती है。

आवेदन प्रक्रिया:

  1. पाठ्यक्रम में प्रवेश: पहले मान्यता प्राप्त संस्थान में प्रवेश सुनिश्चित करें।

  2. बैंक चयन: अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बैंक चुनें और उनकी शिक्षा ऋण योजनाओं की जानकारी प्राप्त करें।

  3. आवेदन पत्र भरें: बैंक द्वारा प्रदान किया गया आवेदन पत्र भरें और आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।

  4. दस्तावेज़ सत्यापन: बैंक आपके द्वारा जमा किए गए दस्तावेज़ों का सत्यापन करेगा।

  5. ऋण स्वीकृति: सत्यापन के बाद, बैंक ऋण स्वीकृति पत्र जारी करेगा।

  6. वितरण: स्वीकृति के बाद, ऋण राशि सीधे संस्थान के खाते में ट्रांसफर की जाएगी।

टैक्स लाभ:

आयकर अधिनियम की धारा 80E के तहत, ऋण चुकौती पर ब्याज भुगतान पर टैक्स छूट का लाभ मिलता है, जो ईएमआई भुगतान की शुरुआत के बाद 8 वर्षों तक लागू रहता है。

महत्वपूर्ण सुझाव:

  • ऋण लेने से पहले विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों और शर्तों की तुलना करें।

  • ऋण राशि का निर्धारण अपनी आवश्यकताओं और पुनर्भुगतान क्षमता के अनुसार करें।

  • ऋण चुकौती की योजना पहले से बनाएं ताकि भविष्य में वित्तीय बोझ न हो।

शिक्षा ऋण छात्रों को उनकी शैक्षणिक और करियर लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सही जानकारी और योजना के साथ, आप इस वित्तीय सहायता का सर्वोत्तम उपयोग कर सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए, आप नीचे दिए गए वीडियो को देख सकते हैं:

एजुकेशन लोन कैसे मिलता है

Piyush608

I am a small time enterpreneur, e-marketer and an international level coder, giving full effective websites with new trends and better visual.

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